ग्राम प्रधान की गोली मारकर हत्या से मचा हड़कंप, घटनास्थल पर कई थानों की पुलिस तैनात

ग्राम प्रधान की गोली मारकर हत्या से मचा हड़कंप, घटनास्थल पर कई थानों की पुलिस तैनात

अमेठी। जिले के मुसाफिरखाना कोतवाली क्षेत्र के गांव निजामुद्दीनपुर में बीती रात प्रधान की घर में सोते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना के बाद हमलावर गोमती नदी के किनारे से भाग निकले। सूचना के बाद पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। हत्या के पीछे जमीनी रंजिश की बात कही जा रही है पर मृतक के बेटे ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज करवाया है। निजामुद्दीनपुर गांव के 55 वर्षीय मौजूदा प्रधान गुरु शरण यादव शुक्रवार की रात अपने घर के बरामदे में सोये हुए थे। मध्यरात्रि अज्ञात हमलावरों ने सोते समय प्रधान को सिर व पीठ में दो गोली मारकर हत्या कर दी।

घटना को अंजाम देने के बाद हमलावर गोमती नदी के किनारे से पगडंडीनुमा रास्ते से भाग निकले। मृतक के पुत्र धर्मेंद्र ने बताया कि गांव में कुछ लोगों से जमीनी रंजिश थी। जिसे लेकर कई बार पुलिस के पास शिकायत की गई थी। पुलिस मामले में कोई ठोस पहल करने की बजाय टालमटोल कर मामले को दबा दिया था। घटना को लेकर गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। वहीं प्रधान की हत्या को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं ग्रामीणों की जुबान से सुनीं जा रही है।

घटना स्थल पर अपर पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार पांडेय समेत कई थानों की पुलिस के साथ ही फोरेंसिक टीम व एसओजी टीम पहुंची हुई हैं। सीओ मनोज कुमार यादव ने बताया कि प्रधान की हत्या की जांच में रंजिश समेत कई बिंदु शामिल किये गए हैं। मृतक के बेटे सत्येंद्र बहादुर की ओर से अज्ञात लोगों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कराए जाने की तहरीर दी गई है। पुलिस ने केस दर्ज कर घटना की जांच शुरू कर दी है। 

राजनीतिक दलों के नेता पहुंचे मृतक के घर: निजामुद्दीनपुर गांव में प्रधान की हत्या की खबर आसपास के इलाके फैलते ही लोगों की भीड़ पीड़ित के घर जमा हो गई। पीड़ित परिवार को सांन्त्वना देने वालों में गौरीगंज विधायक राकेश प्रताप सिंह, कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह, राजकुमार यादव समेत तमाम लोग पहुंचे हैं। मृतक प्रधान के चार पुत्रों में दो पुत्रों की शादी अगले माह होनी तय है। हालांकि अब शादी की खुशियां भी गम में तब्दील हो गई। ग्रामीणों की मानें तो तीसरी बार चुने गए प्रधान गुरु शरण यादव सादगी से जीवनयापन करते थे।

गरीब व निराश्रितों की सहायता के लिए सदैव तत्पर रहते थे। छोटे-छोटे मामले में भी प्रधान पुलिस के पास मदद के लिए जाते थे। घटना के बाद से पत्नी केवला देवी का रो-रो कर बुरा हाल है। घर में बेसुध पड़ी पत्नी के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। वहीं परिवारजन बार-बार कह रहे हैं कि मृतक प्रधान की निजी दुश्मनी किसी से भी नहीं थी।

Post a Comment

0 Comments