मायावती की तर्ज़ पर अखिलेश , जौनपुर सदर से 50 लोगो की दावेदारी के बावजूद आजमगढ़ के नेता को हरी झंडी

मायावती की तर्ज़ पर अखिलेश , जौनपुर सदर से 50 लोगो की दावेदारी के बावजूद आजमगढ़ के नेता को हरी झंडी
आरिफ़ हुसैनी
जौनपुर । समाजवादी पार्टी के लिए पूर्वांचल की सबसे हॉट सीट जौनपुर सदर विधानसभा पर जौनपुर के लगभग 50 लोगो ने टिकट की दावेदारी ठोक रखी थी , जिसमे लगभग सभी दावेदार अपना टिकट फाइनल समझ कर चट्टी चौराहों पर हम ही सजन का गीत अपने मुंह से ही गा रहे है । जबकि ज़मीनी हकीकत इसके उलट है ।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अब जौनपुर कि अदबी सरजमीन को बॉम्बे पेंट से रंग रोगन करने की तैयारी कर रहे हैं ।
जी हाँ हम बात कर रहे है सपा के सदर विधान सभा के प्रत्याशी की , ज़िले में सपा के कई दावेदार  बिना एजेंडा के अपना टिकट फाइनल कर पीठ थपथपा रहे है । जबकि अखिलेश यादव की नज़र में ये सारे दावेदार दगे कारतूस नज़र आ रहे है । 
अखिलेश यादव ने आजमगढ़ की दीदार गंज के विधायक पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुखदेव राजभर के जीवन काल मे ही उनके पुत्र को अपनी सरपरस्ती देने का वादा किया था , उसी वादे को निभाते हुए अखिलेश यादव ने सुखदेव राजभर के बेटे को दीदारगंज सीट से तैयारी करने को कह दिया जिसके बाद दीदारगंज के काफी सरल स्वभाव के ज़मीनी नेता पूर्व विधायक बॉम्बे पेंट के पार्टनर आदिल शेख का राजनीतिक कैरियर अंधकार में हो गया , आदिल के समर्थकों में भारी गुस्सा और समर्थकों का सपा से इस्तीफ़ा देने तक कि बाते सामने आ गयी थी ।
इस बदले घटनाक्रम में सेतु बनकर उभरे महाराष्ट्र सपा अध्यक्ष अबू आसिम आज़मी ने अखिलेश यादव से दो चरण में बात की जिसके बाद पूर्व विधायक आदिल शेख को अखिलेश यादव ने बुलाकर जौनपुर सदर सीट ऑफर कर दी है । जौनपुर सदर सीट पर आदिल शेख को हरी झंडी होने के बाद से जौनपुर में राजनीतिक भूचाल मच गया है । जिसके बाद जौनपुर के 50 टिकटार्थी लखनऊ दरबार मे हाजरी लगाने निकल पड़े है ।
वही एक चर्चा यह भी है कि पूर्वांचल के मऊ विधानसभा के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के बड़े बेटे अब्बास अंसारी पर भी अखिलेश यादव जौनपुर सदर पर पार्टी का टिकट देकर अपना दांव खेल सकते हैं अब देखना यह है कि आदिल शेख और अब्बास अंसारी में जौनपुर सदर के लिए टिकट की दावेदारी में कौन कामयाबी हासिल करता है ।
हालांकि इन दोनों की चर्चाओं से ही जौनपुर के छूट भैय्ये नेताओं में खलबली तो जरूर मची है कि दरी हमने बिछाई और मलाई आजमगढ़ या गाजीपुर का नेता खाएगा ।

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