बजट में शिक्षक कर्मचारियों के हितों के साथ हुआ खिलवाड़ः धर्मेन्द्र यादव


जौनपुर। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (नवीन) के प्रदेश अध्यक्ष धर्मेन्द्र यादव ने कहा कि केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत बजट में शिक्षक कर्मचारियों के लिए कुछ भी नहीं है, क्योंकि हम शिक्षक कर्मचारियों को पता है कि जब भाजपा सत्ता में आयी है, तब शिक्षक कर्मचारियों के हक व अधिकार पर छूरी चलाई है। बचत की सीमा डेढ़ से बढ़ाकर 5 लाख करने की आशा थी जिसमें सरकार की अर्थव्यवस्था मजबूत होती लेकिन उसे भी बढ़ाना गंवारा नहीं समझा गया। इसी सरकार ने 2004 में पुरानी पेंशन खत्म की। वेतन आयोग के इतिहास में सबसे न्यूनतम वेतन वृद्धि करने और अधिकतम टैक्स वसूलने वाली शिक्षक/कर्मचारी विरोधी सरकार रही है जिसका हम शिक्षक कर्मचारियों द्वारा विरोध किया जा रहा है। उसी शेयर बाजार पर आधारित एनपीएस में 14 प्रतिशत निवेश की छूट दी गयी है। श्री यादव ने कहा कि हमारी मेहनत और ईमानदारी की कमाई को जुआ में झोंकने की छूट में वृद्धि की जा रही है। इस विधानसभा चुनाव में डबल इंजन वाली सरकार को 2022 के साथ 2024 का ट्रेलर भी शिक्षक कर्मचारी दिखा देगा, क्योंकि इस बार शिक्षक कर्मचारियों ने अपने बुढ़ापे की लाठी रूपी पुरानी पेंशन बहाली को संकल्प पत्र में शामिल करने वाली पार्टी को मतदान करने/कराने के लिए कृतसंकल्प है।

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