जब धर्म की हानि हुई है, तब भक्तों के कल्याण के लिये अवतार लिये हैं भगवान


जौनपुर। श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह के चौथे दिन का आरंभ आनंद मिश्रा के मार्गदर्शन में वैदिक मंत्रोच्चारण और भगवान श्री बालकृष्ण के अभिषेक हुआ जो डा. रजनीश श्रीवास्तव एवं डा. स्मिता श्रीवास्तव ने गाय के दूध से किया। तत्पश्चात भगवान को पंचामृत का स्नान कराकर विधिवत पूजन, अर्चन, श्रृंगार करके प्रभु के नाम के जयकारे लगे। काशी से आए पुरोहितों के मंत्रोच्चारण की ध्वनि से पूरा क्षेत्र गूंज उठा। कथा व्यास डा. रजनीकांत द्विवेदी ने गजेंद्र मोक्ष और वामन अवतार की कथा के साथ श्रीराम और श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की कथा सुनाई। इस मौके पर भगवान श्री कृष्ण की जीवंत झाकियां सजाई गई जिसे देखकर श्रद्धालु अभिभूत हो उठे। उन्होंने कहा कि जब-जब धर्म की हानि हुई है, तब-तब भक्तों के कल्याण के लिये भगवान अवतार लेते हैं। कथा के इस पावन अवसर पर मुख्य यजमान के रूप में किरनलता सोनी पत्नी ललित सोनी और राजरानी गुप्ता पत्नी सुरेश चंद्र गुप्ता ने पूर्ण श्रद्धा एवं समर्पण के साथ कथा का रसपान किया। इस अवसर पर जगदीश चंद्र, गणेश साहू, सोमेश गुप्ता, आशीष यादव, डा. गंगाधर शुक्ला, निशाकांत द्विवेदी, डा. देवेंद्र मिश्रा, शंभूनाथ गुप्ता, दिलीप सिंह, जयकृष्ण साहू, राकेश सिंह, आनंद स्वरूप सिंह, शेषमणि पांडेय, श्रीमती रीता जायसवाल, सारिका सोनी, चेतना साहू, प्रतिमा साहू, ममता गुप्ता, शिल्पी, रजनी साहू, दिनेश गुप्ता, चंदन साहू, सोनी सौर्य, सरस्वती, कपिल चतुर्वेदी, अक्षत मिश्रा आदि उपस्थित रहे। मंच का संचालन आयोजन समिति के अध्यक्ष शशांक सिंह ने किया।

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