चन्द्रा शिक्षा संस्थान में गोष्ठी आयोजित


जौनपुर। परिवार परामर्श केन्द्र की ओर से चन्द्रा शिक्षा संस्थान के प्रांगण में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर गोष्ठी हुई जिसकी अध्यक्षता केन्द्र के अध्यक्ष जेआर मौर्य (अवकाशप्राप्त न्यायाधीश) ने किया। उन्होंने बताया कि नारी कोई सामान्य शब्द नहीं, बल्कि एक ऐसा सम्मान है जिसे देवत्व प्राप्त है। नारियों का सम्मान वैदिक काल से ही देव तुल्य है, इसलिये नारियों की तुलना भगवान से की जाती है। इसी क्रम में केन्द्र की परामर्शदात्री मन्शा सिंह ने बताया कि महिला दिवस मनाने का सबसे महत्वपूर्ण उद्देश्य महिलाओं व पुरुषों में समानता बनाये रखना है। इसी क्रम में केन्द्र की परामर्शदात्री ममता ने बताया कि महिला दिवस प्रति वर्ष 8 मार्च को मनाया जाता है लेकिन आज जो औरतों के हालात हैं, वह किसी से नहीं छिपी है। इसी क्रम में वैनव सिंह ने बताया कि वर्ष 1938 में इस दिन को पहली बार मनाया गया था। राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक विकास में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देने के लिये यह दिन मनाया जाता है। संस्था के सचिव विजय शंकर ने आये हुये लोगों को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के महत्व के बारे में बताया। साथ ही गोष्ठी में आयी महिलाओं, गणमान्य व्यक्तियों, अधिवक्ताओं, पत्रकारों आदि के प्रति आभार व्यक्त किया।

Post a Comment

0 Comments