होली की पूर्व संध्या पर जगह-जगह हुआ होलिका दहन कार्यक्रम


जौनपुर। रंगों का पर्व एवं आपसी प्रेम, सौहार्द, भाईचारे का प्रतीक त्योहार होली शुक्रवार को मनेगा जिसके बाबत गुरूवार को जगह-जगह रेड़ का पेड़ लगाकर होलिका प्रतीक के रूप में देर रात को मुहूर्त के अनुसार दहन किया गया। जानकारों की मानें तो फाल्गुन पूर्णिमा ऐतिहासिक महत्व की तिथि है। होली के विषय में होलिका और भक्त प्रहलाद की कथा प्रचलित है। बुराइयों को समाप्त करने का महत्व इस पर्व के विषय में निहित है। तभी से होलिका चलाने की परम्परा चली आ रही है जिसे धूमधाम से मनाया जाता है। जानकारों के अनुसार गुरूवार को दोपहर 1 बजकर 1 मिनट के बाद पूर्णिमा लग गयी जबकि भद्रा रात्रि 12 बजकर 58 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में गुरूवार की रात 12 बजकर 59 मिनट के बाद होलिका दहन का मुहूर्त प्रारम्भ हुआ जिसके बाद होलिका दहन किया गया। देखा गया कि नगर के नखास, ओलन्दगंज चौरा माता मन्दिर, दुर्गा प्रतिमा विसर्जन घाट, गोपी घाट, हनुमान घाट, चहारसू चौराहा, कोतवाली चौराहा, भण्डारी रेलवे स्टेशन, अहियापुर, लाइन बाजार, अम्बेडकर तिराहा, जेसीज चौराहा, पालिटेक्निक चौराहा, जोगियापुर सहित तमाम जगहों पर होलिका दहन कार्यक्रम किया गया।

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