क्षत्रिय व ब्राह्मण पर बिना जांच की कार्यवाही होती हैः प्रशान्त सिंह


सिकरारा, जौनपुर। जिस व्यक्ति पर एट्रोसिटी एक्ट 89 के तहत बिना इंक्वायरी के कार्यवाही की जा सकती है, वह ब्राह्मण और क्षत्रिय है। जिनको जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल करके गाली दी जाती है, वह ब्राह्मण और क्षत्रिय है। उक्त बातें प्रशान्त सिंह प्रदेश कार्यकारिणी अध्यक्ष अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा युवा छात्र प्रकोष्ठ ने प्रेस को जारी विज्ञप्ति के माध्यम से कही। उन्होंने आगे कहा कि देश में आरक्षित 131 लोकसभा सीटों और 1225 विधानसभा सीटों पर चुनाव नहीं लड़ सकते हैं। जिसको सजा देने के लिये एनसीएससी व एनसीएसटी का गठन हुआ। इतने भेदभाव के बावजूद भी धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो, प्राणियों में सद्भावना हो, विश्व का कल्याण हो, की भावना जो रखता है, वह ब्राह्मण और क्षत्रिय है। सबका साथ-सबका विकास में ऐसे बिरादरी की क्या स्थिति है, इस पर विचार करना चाहिये।

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