कुष्ठ रोगियों की सेवा करना एवं उनके बच्चों को समाज की मुख्य धारा में जोड़ना ही लक्ष्यः डा. आशीष


जौनपुर। दिव्य प्रेम सेवा मिशन हरिद्वार का बस एक ही मिशन है कि  कुष्ठ रोगियों की सेवा करना और उनके बच्चों को पढ़ा-लिखाकर समाज की मुख्य धारा में जोड़ना है। अब तक हजारों रोगियों का उपचार करके ठीक किया गया है तथा उनके बच्चों की अच्छी तरह से परवरिश करके पढ़ा-लिखाकर समाज की मुख्य धारा से जोड़ा गया है। उक्त बातें दिव्य प्रेम सेवा मिशन हरिद्वार के संस्थापक डा. आशीष गौतम भइया जी ने मिशन के जिलाध्यक्ष राकेश श्रीवास्तव के मियांपुर स्थित आवास पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही। उन्होंने बताया कि अब उनका मिशन उत्तराखण्ड जाने वाले तीर्थ यात्रियों को निःशुल्क खाने-पीने, ठहरने व स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए चल रहा है। हमारी संस्था ने हर जगह डाक्टरों की तैनाती कर दिया गया है लेकिन नर्सिंग स्टाफ की कमी है जो जल्द ही वह पूरा कर लिया जायेगा। डा. आशीष ौतम ने बताया कि हमारी संस्था 25 वर्ष की हो गयी है। इन वर्षों हजारों कुष्ठ रोगियों की सेवा किया गया तथा उनके बच्चों की अच्छी तरह परवरिश करके पढ़ा-लिखाकर समाज की मुख्य की धारा जोड़ा गया है। एक घटना का जिक्र करते हुये उन्होंने बताया कि हरिद्वार में गंगा के किनारे एक भिक्षा मांगने वाली महिला मर गयी थी। उसके दो छोटे बच्चे उसके शव के साथ खेल रहे थे। स्थानीय लोगों ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया तथा उसके दोनों बेटों को मेरे पास छोड़ गये। मैंने दोनों को पढ़ाया। आज एक बेटा मारिसस से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है एवं दूसरा चाइना में योग सीखा रहा है। इस अवसर पर मुम्बई के उद्योगपति व भाजपा नेता ज्ञान प्रकाश सिंह, पूर्व विधायक डा. हरेन्द्र प्रताप सिंह, भाजपा नेता नीरज सिंह, जिलाध्यक्ष राकेश श्रीवास्तव, वाराणसी अंचल के प्रभारी प्रो. नन्द लाल, जौनपुर संयोजक संजय सिंह सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।
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