निरीक्षण
-सीएमओ डॉ लक्ष्मी सिंह ने सीएचसी मछलीशहर का निरीक्षण कर दिया निर्देश
-अनुपस्थित मिलने पर डॉ राजेश कुमार से स्पष्टीकरण मांगने तथा वेतन बाधित करने का निर्देश
जौनपुर, मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) डॉ लक्ष्मी सिंह ने शुक्रवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) मछलीशहर का निरीक्षण किया। वह प्रसव कक्ष तथा आपरेशन थियेटर (ओटी) में गईं और जल्द से जल्द सिजेरियन आपरेशन तथा अन्य सामान्य आपरेशन शुरू कराने का निर्देश दिया।
चिकित्सा अधीक्षक डॉ विशाल यादव से इस संबंध में बात की। उन्होंने बताया कि अभी तक सर्जन तथा बेहोशी के डॉक्टर (एनेस्थेटिक) की नियुक्ति न होने से दोनों तरह के आपरेशन नहीं हो पा रहे थे। अब डॉ दिप्त कुमार की बतौर सर्जन तथा डॉ राजेश कुमार की बतौर एनेस्थेटिक नियुक्ति हो गई है। अब सिजेरियन और अन्य सामान्य आपरेशन शुरू कर दिया जाएगा। सीएमओ ने कहा कि प्रसव कक्ष की सारी व्यवस्थाएं सही रखीं जाएं जिससे मरीजों को दिक्कत न होने पाए। प्रसव कक्ष में गंदगी दिखी तो उन्होंने वहां साफ-सफाई कराने का निर्देश दिया। प्रसव कक्ष में दवा की ट्रे सुसज्जित रखने को कहा। चिकित्सा अधीक्षक डॉ विशाल यादव को निष्प्रयोज्य सामानों की सूचना आज ही जिला मुख्यालय भेजने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान डॉ राजेश कुमार अनुपस्थित मिले। उनसे स्पष्टीकरण मांगने तथा आज का वेतन बाधित करने का निर्देश दिया।
महिला वार्ड में वह गईं और वहां गर्भवती और धात्री माताओं से बात की। उन्हें समझाया कि बच्चा पैदा होने के आधा घंटे के अंदर ही शिशु को स्तनपान शुरू कर दें जिससे उसका बीमारी तथा अन्य बाकी खतरों से बचाव किया जा सके। कंगारू मदर केयर (केएमसी) वार्ड में भी पहुंचीं जहां कम वजन वाले बच्चों को रखकर उपचार किया जाता है। उन्होंने केएमसी वार्ड में मौजूद माताओं से स्वास्थ्यवर्धक चीजें खाने का सुझाव दिया जिससे उनके अंदर पर्याप्त मात्रा में दूध बन सके और उसके माध्यम से बच्चों को अच्छा पोषण मिल सके। उन्होंने छह माह तक बच्चों को सिर्फ अपना ही दूध पिलाने का सुझाव दिया। उन्होंने सीएचसी के सारे डॉक्टरों की बैठक ली जिसमें बेहतर कार्य करने तथा बाहर की दवा नहीं लिखने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि इस समय गर्मी ज्यादा पड़ रही है, इसलिए मरीजों के लिए पर्याप्त मात्रा में ओआरएस, ग्लूकोज की बोतलें तथा दवाओं की उपलब्ध सुनिश्चित रहे। इमरजेंसी में हमेशा डॉक्टर उपलब्ध रहें जिससे किसी भी विषम परिस्थिति से निपटा जा सके। उन्होंने कोविड टीकाकरण सत्र भी देखा। 12 से 15 वर्ष, 15 से 18 वर्ष और 18 वर्ष से ऊपर के लोगों के कोविड टीकाकरण में तेजी लाने का निर्देश दिया। निरीक्षण के समय डॉ स्वतंत्र गौतम, डॉ फरीद सिद्दीकी, डॉ अमरेश चंद्र अग्रहरी व अन्य स्टाफ मौजूद रहे।
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