बाबा मछन्दर नाथ के प्रवेश द्वार पर मत्स्यन्द्र नाथ का नाम न होना करोड़ों भक्तों का अपमान हैः रामधनी बिन्द


जौनपुर। गोरखपुर प्रमुख छः प्रवेश द्वार में से गोरखनाथ के गुरू मत्स्येंद्र नाथ का नाम न होना एक गुरू का अपमान है जिसे कहा जाय तो अर्थात भगवान शिवशंकर का अपमान है। आस्था जाति में नहीं, बल्कि गुण और महानता में होनी चाहिये। अगर महंत दिग्विजय नाथ पार्क रामगड़ ताल के किनारे हमारे पुरखों के जमीन पर बन सकता है तो गोरखनाथ जी के गुरु मत्स्येंद्र नाथ जी का क्यों नहीं बन सकता है। उक्त बातें भारतीय मानव समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष केवट रामधनी बिन्द ने प्रेस को जारी बयान में कही। साथ ही उन्होंने आगे कहा कि गोरखपुर मठ एवं नाथ सम्प्रदाय से पूरे पूर्वांचल समेत देश के कोने-कोने से करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी है। महायोगी गुरु गोरखनाथ के गुरु मत्स्येंद्र नाथ का अपमान नाथ सम्प्रदाय सहित पूरे मठ का अपमान है। इससे करोड़ों लोगों की आस्था आहत हो रही है। श्री बिन्द ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं गोरखपुर नगर निगम इस मामले को गंभीरता से संज्ञान में लेकर स्वागत योग्य निर्णय लेने का कार्य करें। अगर बाबा मत्स्येंद्र नाथ के नाम से प्रवेश द्वार नहीं बना तो 10 अगस्त को भारतीय मानव समाज पार्टी गोरखपुर में धरना-प्रदर्शन के माध्यम से सरकार को अवगत कराते हुये घेरने का काम भी करेगी।

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