जिले के 5,321 आंगनबाड़ी केंद्रों पर मना “हैंडवॉश-डे” आयोजन



 


हाथ धुलने के छह चरणों की दी जानकारी दी, समझाया कि अच्छे से हाथ धुलने से बीमारियों से होता है बचाव
आईसीडीएस निदेशक के निर्देश पर हुआ आयोजन, डीपीओ ने हर महीने हाथ धुलने की प्रैक्टिस कराने का दिया निर्देश
जौनपुर, 23 अगस्त 2022
जनपद के 5321 आंगनबाड़ी केंद्रों पर मंगलवार को हैंडवॉश-डे मनाया गया। जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) डॉ आरबी सिंह ने सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों को हाथ धुलने की प्रैक्टिस हर माह कराने का निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग (आईसीडीएस) के निदेशक के निर्देश के तहत जनपद में हैंडवॉश-डे का आयोजन हो रहा है।
बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) मनोज कुमार वर्मा ने बताया कि सिरकोनी के सभी 226 आंगनबाड़ी केंद्रों पर हैंडवॉश-डे का आयोजन हुआ। खलीलपुर की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मीना ने बच्चों और उनके अभिभावकों को बार-बार साबुन और साफ पानी से हाथ धुलने के लिए प्रेरित किया। शाहबडे़पुर की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आरती प्रजापति ने बच्चों को हाथ धुलने के छह चरणों के बारे में जानकारी दी। बताया कि पहले चरण में हथेली को हथेली से रगड़िए। दूसरे चरण में हाथों को पीछे से रगड़िए। तीसरे चरण में अंगुलियों के बीच में रगड़िए। चौथे चरण में अंगुलियों के पीछे रगड़िए। पांचवें चरण में अंगूठे के आधार को रगड़िए। छठें चरण में नाखून को हथेली पर खुरचिए। उन्होंने कहा कि हाथ धोने का सही तरीका समझने के लिए ‘सुमन-के’ (SUMAN-K) फार्मूला ध्यान में रखना चाहिए । इसके हर अक्षर में हाथ धोने के गूढ़ रहस्य छिपे हैं जो हाथों को वायरस या बैक्टीरिया से मुक्त कराने में पूरी तरह कारगर हैं । इसके मुताबिक़ ‘स’ का मतलब है कि पहले सीधा हाथ धुलें, ‘उ’ का मतलब है कि उल्टी तरफ से हाथ धुलें, ‘म’ का मतलब है कि मुठ्ठियों को अन्दर से धुलें, फिर ‘अ’ का मतलब है कि अंगूठों को धुलें, ‘न’ बताता है कि नाखूनों को रगड़-रगड़ कर अच्छे से धुलें क्योंकि नाखूनों में आसानी से मैल जमा हो सकती है और आखिर में ‘के’ का मतलब है कि उँगलियों के बाद कलाई को भी धुलना बहुत जरूरी है । माधोपट्टी की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बिन्दू पांडे ने बच्चों और उनके अभिभावकों को बताया कि हाथ अच्छे से धुले जाने से ढेर सारी बीमारियों से अपने आप शरीर का बचाव हो जाता है। भुवालापट्टी की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संगीता ने समझाया कि खाने से पहले, खाना बनाने से पहले, शौच के बाद हाथ को साबुन से जरूर धोना चाहिए। नेहरू नगर की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मंजू ने महिलाओं को बताया कि बच्चों को छूने से पहले, स्तनपान कराने से पहले हाथ की अच्छे से साफ-सफाई कर लेनी चाहिए। अहमदपुर की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कुसुम सिंह ने बताया कि बच्चों को बीमार लोगों से दूर रखें और साफ-सफाई का ख्याल रखें।

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