बरसाती पानी से गड्ढों में तब्दील पटरियों से जानमाल को खतरा




पिलकिछा तथा खुटहन चौराहे से पट्टीनरेंद्रपुर रोड़ पर खुदे दर्जनों गड्ढे



खुटहन (जौनपुर) खुटहन चौराहे से पट्टीनरेन्द्रपुर तथा पिलकिछा से पट्टीनरेन्द्रपुर रोड पर बरसाती पानी के कारण कटी पटरियों से खुदे दर्जनों विशाल गड्ढे
प्रशासनिक दुर्व्यवस्था को मुंह चिढा रहे है। इस सड़क पर हर रोज हजारों वाहन सवार, पैदल यात्री के अलावा बड़ी संख्या में स्कूली छात्र- छात्राओं का आवागमन होता रहता है। परन्तु, राहगीरों की इस जानलेवा समस्या से निजात दिलाने के लिए न तो विभाग का कोई जिम्मेदार और न ही निर्माणदायी संस्था का कोई ठेकेदार सामने आया है।
श्रीपाल सिंह क्षेम
विडम्बना है कि प्रशासनिक लापरवाही के कारण हजारों यात्री जान जोखिम में डाल इन जानलेवा गड्ढो से होकर प्रतिदिन यात्रा करने को मजबूर है। गौरतलब है कि शासन ने सभी सड़कों को 30 जून तक गड्ढा मुक्त करने का निर्देश दिया था। परन्तु, टूटी पटरियों पर दिख रहे बड़े बड़े गड्ढे इस बात के साक्ष्य है कि उक्त निर्देश विभाग के अधिकारियों पर बेअसर है। टूटी सड़क की मरम्मत न करवाकर जिम्मेदार अधिकारी सरकार की फजीहत करवाने को आमादा है। समाजसेवी उमलेश का कहना है कि पिलकिछा से पट्टीनरेन्द्रपुर रोड़ पर दर्जनों जगह बरसाती पानी के कारण पटरियां टूटकर बड़े बड़े गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। जिसके कारण सड़क पर चलने वाले मुसाफिरों में हमेशा दुर्घटना का भय बना रहता है।

कई लोग अज्ञानतावश इन गड्ढो में गिरकर चुटहिल भी हो चुके है। लेकिन अभी तक इन गड्ढो को पाटने के लिए किसी भी अधिकारी ने कोई सार्थक प्रयास नजर नही आया है। ये खतरनाक गड्ढे कभी भी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकते है।
इसी तरह खुटहन चौराहे से पट्टिनरेंद्रपुर रोड़ की भी दुर्दशा सड़क पर बने सैकड़ो गड्ढे बयां कर रहे है। जगह जगह गिट्टियां उखडकर सड़क के बीचोबीच बिखर गयी है। इन गिट्टियों से फिसलकर यात्रियों को अक्सर गिरते हुए देखा जा सकता है।

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