प्रायोगिक अंक न आने पर महाविद्यालय की सम्बद्धता खतरे में : परीक्षा नियंत्रक

प्रायोगिक अंक न आने पर महाविद्यालय की सम्बद्धता खतरे में : परीक्षा नियंत्रक

विद्यार्थियों की परेशानी को नजरंदाज कर रहे हैं महाविद्यालय 

जौनपुर । वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों की ओर से मिड टर्म, प्रायोगिक और मौखिकी परीक्षा के परिणाम नहीं भेजे जाने के कारण पूर्ण रूप से परीक्षाफल घोषित करने में दिक्कत हो रही है। महाविद्यालय के विद्यार्थी परीक्षाफल घोषित न होने पर काफी परेशान है। उन्हें गलत सूचना देकर महाविद्यालय द्वारा उनको विश्वविद्यालय भेज दिया जा रहा है जो कि गलत है।
इस पर विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक वीएन सिंह ने कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में महाविद्यालयों को तीन बार पत्र भेजकर सूचित किया गया लेकिन अधिकतर महाविद्यालय अभी तक प्रायोगिक, मौखिक परीक्षाओं के अंक नहीं भेज पाए। ऐसे महाविद्यालयों को 10 सितंबर तक का अंतिम अवसर दिया गया था, लेकिन अभी तक कुछ महाविद्यालय प्रायोगिक का अंक नहीं भेज पाए हैं। ऐसे महाविद्यालयों की सम्बद्धता खतरे में पड़ सकती है। अंक न भेजे जाने पर विश्वविद्यालय उन महाविद्यालयों की संबद्धता पर पुनर्विचार करेगा।
सहायक कुलसचिव परीक्षा अजीत सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा 2021-22 के परीक्षा परिणाम से सम्बन्धित सारणीयन पंजिका महाविद्यालय के लागिन पर अपलोड कर दी गयी है।
कुछ महाविद्यालय परीक्षा से सम्बन्धित जो अपर्ण (अवार्ड लिस्ट) विश्वविद्यालय को प्राप्त कराये गये है उसमें बहुत सारे अनुक्रमांकों का उल्लेख नहीं किया गया है कि छात्र परीक्षा में उपस्थित है या अनुपस्थित है। 
उन्होंने कहा कि ऐसी भ्रामक स्थिति में परीक्षा परिणाम घोषित करने में व्यवहारिक कठिनाई उत्पन्न हो रही है और महाविद्यालयों के विद्यार्थी विश्वविद्यालय के चक्कर काट रहे हैं।

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