पढ़ाई के लिए मनोवैज्ञानिक रुप से मजबूत रहना चाहिए : वन्दना दूबे

जौनपुर। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु तिलकधारी महाविद्यालय में गठित 'मेन्टरिंग एवं मनोवैज्ञानिक परामर्श प्रकोष्ठ' की संयोजक तथा सभी सदस्यों ने महाविद्यालय के छात्र- छात्राओं से बातचीत की। प्रकोष्ठ की संयोजक प्रोफेसर वन्दना दूबे, विभागाध्यक्ष अंग्रेजी विभाग ने बताया की किस प्रकार छात्र-छात्राओं को अपने कैरियर , स्वास्थ्य, पढ़ाई के लिए मनोवैज्ञानिक रुप से मजबूत रहना चाहिए। विपरीत परिस्थितियों में बिना संकोच के अपने 'मेन्टर' से अपनी परेशानी का हल ढुँढ़ने के लिए मदद लेना चाहिए। 
मेन्टर के परामर्श द्वारा छात्रों के व्यक्तित्व के विकास के साथ- साथ उनके जीवन में संभावित रोजगार व उसमें सफलता का मार्ग भी प्रशस्त होता है। प्रोफेसर दुबे ने कहा कि छात्रों को मानसिक तनाव व अवसाद से दूर रखने के लिए प्रकोष्ठ स्वयं छात्रों के बीच पहुंचकर, परस्पर उनसे बातचीत करने के लिए तत्पर रहता है। 

प्रकोष्ठ नव आगन्तुक छात्रों के प्रवेश के समय भी हर प्रकार से उनकी मदद करता रहा। प्रकोष्ठ के सदस्य डॉ सुशील कुमार, असिस्टेंट प्रोफेसर गणित विभाग ने छात्रों को "अबेकस उत्तर प्रदेश पोर्टल" की महत्ता के बारें में बताया व रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया भी समझाई। उन्होनें अबेकस के स्वरूप व क्रेडिट्स के ट्रान्सफर के फायदे को छात्रों से साझा किया। कार्यक्रम में प्रकोष्ठ के सदस्यगण प्रोफेसर श्रद्धा सिंह, डॉ माया सिंह, डॉ आशुतोष मिश्रा सहित प्रोफेसर नलिन मिश्रा व कुँवर शेखर गुप्ता उपस्थित रहे। प्रोफेसर नलिन मिश्रा ने छात्रों को प्रकोष्ठ के बारे में परिचय कराया व आभार कुँवर शेखर गुप्ता द्वारा व्यक्त किया गया।

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