सबको जोड़ती है भाषा की मिठासः प्रो. निर्मला एस. मौर्य


सबको जोड़ती है भाषा की मिठासः प्रो. निर्मला एस. मौर्य

सांस्कृतिक कार्यकर्मों ने सबका मनमोहा

नृत्य और नाटक में दिखी विविधता में एकता

पूर्वांचल विश्वविद्यालय में हुआ विविधता में एकता कार्यक्रम

जौनपुर । वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल

विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट सभागार में सोमवार को विविधता में एकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन सरकार के सेवा पखवारा के तहत किया गया।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफ़ेसर निर्मला एस मौर्य ने कहा कि हमारी भाषा में जो मिठास है वह कहीं नहीं मिलती। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति ने विविधता का सम्मान किया तभी देश में एकता कायम है। उनका मानना है कि भाषा माला के मोती की तरह होती है और बीच में लाकेट उसकी संस्कृति का काम करती है। अगर सभी मोती एक ही धागे में है तो लाकेट का भी सम्मान है। कहने का अभिप्राय यह है कि विविध भाषाओं की एकता ही संस्कृति को मजबूत बनाती है। कुलसचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि भारतीय संस्कृति का व्यवहार हमें विविधता में एकता का संदेश देती है। यह सबको जोड़ना सिखाती है। इसमें सबको आत्मसात करने की क्षमता है। यहीं हमें विश्वगुरू बनने का मार्ग दिखाती है।

वित्त अधिकारी संजय कुमार राय ने कहा कि जो संस्कृति विकसित होती है वह भूगोल के साथ आगे बढ़ती है, जिस देश की संस्कृति सबको आत्मसात करने की हो वहीं देश सम़ृद्ध होने के साथ ताकतवर भी होता है।

इसके पूर्व मुक्तांगन परिसर में व्यंजन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें 28 प्रांतों के व्यंजन तैयार किये गए थे। इसके बाद देश के दो दर्जन से अधिक प्रांतों के विभिन्न राज्यों की संस्कृति का मनमोहक नृत्य विद्यार्थियों ने प्रस्तुत किया। नाट्य मंचन के द्वारा भी प्रतिभागियों ने विविधता में एकता का संदेश दिया। कार्यक्रम में बाल कलाकारों की प्रस्तुति ने लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर पुस्तकालय प्रभारी विद्युत मल्ल ने बंगला में स्वागत किया। प्रो. राजेश शर्मा समेत कई लोगों ने विभिन्न भाषाओं में अपनी प्रस्तुति कर लोगों को ताली बजाने पर मजबूर कर दिया।

कार्यक्रम का संचालन सहसमन्वयक डॉ.जाह्नवी श्रीवास्तव, अतिथियों का स्वागत डॉ मनीष कुमार गुप्ता ने और धन्यवाद ज्ञापन मीडिया प्रभारी डॉ सुनील कुमार ने किया।

इस अवसर पर परीक्षा नियंत्रक वीएन सिंह, सहायक कुलसचिवगण अमृत लाल, अजीत सिंह, श्रीमती बबिता सिंह, प्रो. बीबी तिवारी, प्रो. वंदना राय, प्रो. अजय द्विवेदी प्रो. राजेश शर्मा, प्रो.देवराज सिंह, प्रो. संदीप सिंह, डॉ राजकुमार, डॉ मनोज मिश्र, डॉ. संतोष कुमार, डॉ. प्रमोद यादव, डॉ रसिकेश, डा. अवध बिहारी सिंह, डा. चंदन सिंह, डॉ नितेश जायसवाल, डॉ. श्याम कन्हैया सिंह डॉ सुजीत चौरसिया, सुश्री अन्नू त्यागी, डॉक्टर धीरेंद्र चौधरी, डॉ डा. विनय वर्मा, डा. लक्ष्मी प्रसाद मौर्य, रामगोपाल, डॉ. इन्द्रेश गंगवार, विद्युत मल्ल आदि उपस्थित थे।

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