संयुक्त निदेशक ने निक्षय दिवस पर किया विचार - विमर्श,

जौनपुर। जनपद को क्षय रोग मुक्त बनाने की दिशा में विविध प्रयास किए जा रहा हैं।   अब हर 15 तारीख को आयोजित होने वाले निक्षय दिवस की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। रीजनल टीबी प्रोग्राम मैनेजमेंट यूनिट के संयुक्त निदेशक डॉ एमपी सिंह, वाराणसी डिवीजन के विश्व स्वास्थ्य संगठन परामर्शदाता डॉ0 विनोद कुमार, स्टेट टेक्निकल सपोर्ट यूनिट लखनऊ से डॉ विनय कुमार शुक्रवार को जिला क्षय नियंत्रण केंद्र पहुंचे।
        आलाधिकारियों ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी  डॉ0 लक्ष्मी सिंह, जिला क्षयरोग अधिकारी  डॉ राकेश कुमार सिंह से निक्षय दिवस की तैयारी, निजी क्षेत्र में नोटिफिकेशन, निजी चिकित्सकों के प्रोत्साहन और क्षय रोगियों के डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर  के बारे में चर्चा की।
           अधिकारियों ने बताया कि निक्षय दिवस पर वर्तमान में जिले के 209 हेल्थ एंड वेलनेस केंद्रों, शहरी क्षेत्र के तीन प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, जिला महिला और जिला पुरुष चिकित्सालय के साथ सभी स्वास्थ्य इकाइयों के वाह्य मरीज विभाग में आने वाले मरीजों के 10 प्रतिशत मरीजों की बलगम की जांच की जाएगी।   
            जिला क्षयरोग अधिकारी ने बताया कि  आशा कार्यकर्ता संभावित टीबी मरीजों की सूची तैयार कर उन्हें हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर तक लाएंगी। कम्युनिटी हेल्थ आफिसर मरीजों की प्रारम्भिक जांच एचआईवी, डायबिटीज और अन्य जांच करेंगे । साथ ही बलगम का नमूना लेंगे। उसे निक्षय पोर्टल पर आईडी बनाते हुए नजदीकी टीबी जांच केंद्र पर भेजा जाएगा।  सीएचओ और आशा के जरिए निक्षय दिवस पर मिलने वाली सुविधाओं का प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा। सीएचओ जाँच में टीबी की पुष्टि वाले मरीजों के परिवार के अन्य सदस्यों की भी टीबी स्क्रीनिंग सुनिश्चित करेंगे। आशा कार्यकर्ता निक्षय दिवस पर टीबी मरीजों के बैंक खाते का विवरण आशा संगिनी को मुहैया कराएंगी और आशा संगिनी सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर को निक्षय पोर्टल पर दर्ज कराने को देंगी। इस दिवस पर प्राइवेट प्रैक्टिशनर को टीबी नोटिफिकेशन, कांटेक्ट ट्रेसिंग और फालोअप के लिए प्रेरित किया जाएगा। बताया कि प्रोटीन, फैट, कार्बाेहाइड्रेट, मिनरल्स की कमी से शरीर की रोग प्रतिरोधी शक्ति कम हो जाती है और क्षय रोग से प्रभावित होने की संभावना बढ़ जाती है।

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