प्राथमिक विद्यालय गरोठन पर छाया है खतरों का बादल

प्राथमिक विद्यालय गरोठन पर छाया है खतरों का बादल
विद्यालय के ठीक पीछे तालाब पर नहीं है बाउण्ड्री
खेलते समय आये दिन गिरते रहते हैं बच्चे
शिकायत के बाद भी ध्यान नहीं दे रहे जिम्मेदार
खुटहन, जौनपुर। स्थानीय विकास खण्ड के अन्तर्गत ग्रामसभा गरोठन में प्राथमिक विद्यालय स्थापित है जिसका निर्माण 2007-08 में उस समय हुआ था जब ईश्वरपुर सलहदीपुर संयुक्त ग्रामसभा था। शासन के अनुसार 2015 में गरोठन गांव ईश्वरपुर सलहदीपुर से अलग हो गया लेकिन तब से लेकर आज तक विद्यालय में बाउंड्री न होने से आए दिन घटनाएं होती रहती हैं। विद्यालय से तालाब सटा है जिसमें आये दिन बच्चे गिरते रहते हैं। लोगों की मानें तो प्रधान तो तालाब खुदाई एवं सफाई हर तीसरे चौथे साल करवा देते हैं परंतु विद्यालय की बाउण्ड्री बनवाने में अपनी बेइज्जती महसूस होता है। विद्यालय में जमीन की अभाव थी जिससे प्रशासनिक समिति विद्यालय एवं ग्राम प्रधान द्वारा लिखा—पढ़ी में काश्तकारों से जमीन की बदली कर रखे हैं। इसके बावजूद भी विद्यालय में बाउंड्री का निर्माण नहीं हो रहा है।
बता दें कि शीतलहर की छुट्टी के बाद बीते मंगलवार को विद्यालय खुला। इसी समय एक बच्चा पीछे की तरफ टहल रहा था तभी उसका पैर फिसलकर पोखरी में जा गिरा। आनन-फानन में बच्चे को बाहर निकाला गया जिससे बड़ी घटना होने से बच गई। इसकी जानकारी होने पर पत्र—प्रतिनिधि की टीम मौके पर पहुंची जहां प्रधान से बात करने पर उन्होंने यह कहते हुए पल्ला झाड़ लिया कि इस सामने की जमीन विवादित है। विवाद समाप्त होने के बाद ही बाउंड्री का निर्माण होगा। विद्यालय के पीछे जहां तालाब है, वह जमीन कैसी है, पर गहनता से जांच की गयी तो पता चला कि वह साफ-सुथरी है। वहां कोई विवाद नहीं है परंतु इसके बावजूद भी प्रधान बाउंड्री बनवाने पर जोर नहीं दिये।
इसके बाद सचिव से बात की गयी उन्होंने कहा कि बार-बार हमारे कहने के बाद भी प्रधान विवाद करके टाल देते हैं। इसके बाद जब खंड विकास अधिकारी से बात करना चाहा गया तो कई बार फोन करने के बाद भी रिसीव नहीं हुआ। इस बाबत पूछे जाने पर प्रधानाध्यापक का कहना है कि हम लगातार शासन—प्रशासन का ध्यान आकर्षित करा रहे हैं लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। सामने से रास्ता विद्यालय में जाने के लिए भी समस्या होता है। बारिश के समय बच्चों को पानी में होकर विद्यालय पहुंचना पड़ता है। लगातार प्रयास के बावजूद भी न रास्ता बन रहा है और न ही बाउंड्री बन रहा है।
बताते चलें कि शासनादेश है कि पहले विद्यालय का कायाकल्प हो जिसके बाद दूसरा विकास कार्य होगा। इसके बावजूद भी विद्यालय में विकास होना संभव नहीं है। बता दें कि उक्त विद्यालय में रजिस्टर्ड 205 बच्चे हैं जिसमें 150 उपस्थिति है। वर्तमान में एमडीएम सुचारू रूप से चल रहा है। अभी हाल ही में खुटहन विकास खंड में मनरेगा द्वारा कराए गए कार्यों— नाली, सीसी रोड आदि पर ही जोर दिया गया था। इसके बावजूद भी बाउंड्री का निर्माण नहीं हुआ। इस बाबत पूछे जाने पर प्रभारी एडीओ पंचायत खुटहन अखिलेश वर्मा से बात की गई उन्होंने कहा कि यह समस्या बड़ी है। मेरे संज्ञान में आया है। समस्या का अति शीघ्र निस्तारण कराया जाएगा

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