सुलेमानी जैसी शख्सियत की याद हम सबके दिल में हमेशा रहेगी: मौलाना फज़ले


जौनपुर। मस्जिद रौज़ा मख़्दूम शाह अढहन चहारसू इन्तेज़ामिया कमेटी द्वारा शहीद क़ासिम सुलेमानी, शहीद अबू मेंहदी अल मोहन्दिस की बरसी पर मजलिसे तरहीम का आयोजन मस्जिद चहारसू रौज़ा मख़्दूम शाह अढन में हुआ। तिलावते कुरआन से मजलिस का शुभारंभ हुआ जिसके बाद गौहर अली ज़ैदी ने सोज़ख़ानी की तो एहतेशाम जौनपुरी सहित अन्य शायरों ने अपने कलाम पेश किये।
मजलिस को सम्बोधित करते हुए मौलाना फज़ले मुमताज़ खां ने कहा कि शहीद क़ासिम सुलेमानी जैसी शख्सियत सदियों में दुनिया को हासिल होती है। उन्होंने अपनी शहादत से इस्लाम के लिए अज़ीम कुर्बानी पेश की उन्होंने इराक़ में मौजूद नजफ, कर्बला, काज़मैन, सामरा के पवित्र रौज़ों की जिस तरह से हिफाज़त की और अन्तर्राष्ट्रीय आतंकवादी संगठन आईएसआई एवं दायश के नेटवर्क को खत्म किया। उसकी वजह से हमेशा उन्हें याद रखा जाएगा। मजलिस में इमाम हुसैन अलै. और कर्बला के शहीदों के मसायब सुनकर मजलिस में उपस्थित जनों के आंखें नम हो गईं। मजलिस में अन्जुमन जाफरी मख़्दूम शाह अढन ने नौहाख़ानी‌ की‌।
मजिलस में मोहम्मद वसीम हैदर, समाजसेवी अली मंजर डेज़ी, शौकत हुसैन, मोहम्मद अज़हर अब्बास, शहरयार, नियाज़ हैदर, अब्बास हैदर आले हसन‌, नईम हैदर मुन्ने, मोहम्मद नासिर रज़ा, अक़ील, डा. तक़वीम हैदर राहिल, सैफ अब्बास, फैज़ अब्बास इत्यादि उपस्थित थे। इस मौके पर उपस्थित सभी मोमनीनों ने शहीद क़ासिम सुलेमानी और शहीद अबू मेंहदी मोहन्दिस सहित उनके शहीद साथियों की याद में फातेहाखानी किया।

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