प्राथमिक विद्यालय के आम के सूखे पेड़ दे रहे भीषण हादसे को आमंत्रण, जिम्मेदार मौन

प्राथमिक विद्यालय के आम के सूखे पेड़ दे रहे भीषण हादसे को आमंत्रण, जिम्मेदार मौन
विद्यालय प्रबंधन ने सूखे पेड़ काटने को लेकर उच्चाधिकारियों को सौंपा पत्रक
सूखे पेड़ के नीचे से जान हथेली पर रखकर बच्चे जाते हैं शौचालय
केराकत, जौनपुर। स्थानीय नगर के नार्मल मैदान के बगल में स्थित कंपोजिट आदर्श उच्च प्राथमिक विद्यालय के परिसर में लगे दो आम के सूखे पेड़ को काटकर हटाने को लेकर विगत 26 नवंबर को जिला बेसिक अधिकारी, कार्यालय जिला परिषद, खण्ड शिक्षा अधिकारी व वन क्षेत्राधिकारी को पत्रक सौंपा गया था, मगर लगभग तीन माह बीत जाने के बाद भी विद्यालय परिसर से सूखे पेड़ को काट कर हटवाया नही गया जो विचारकारीय योग्य बात है।
बता दें कि विद्यालय परिसर में दो आम के सूखे पेड़ जर्जर स्थिति में खड़ा है जिसको लेकर विद्यालय में बड़ी दुर्घटना स्थिति बनी हुई है, क्योंकि सूखे पेड़ के नीचे से होकर बच्चे व अध्यापक शौचालय को जाते है जिस पर विद्यालय प्रबंधन बकायदा बैठक कर सूखे पेड़ को काटने को लेकर निर्णय लेने के बाद उच्चाधिकारियों को पत्रक सौप समस्या से अवगत कराया गया था, मगर अभी तक विद्यालय परिसर से पेड़ को नही कटा गया। क्या दुर्घटना होने के बाद ही अधिकारी मामले को संज्ञान में लेते हैं। आखिर क्यों बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है? क्योंकि अगर जल्द ही सूखे पेड़ को काटा नहीं गया तो कभी भी बड़ी दुर्घटना होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। बावजूद इसके भी अधिकारी व कर्मचारी अपनी आंख बंद कर बैठे हुए हैं। सबसे बड़ा सवाल खड़ा होता है कि इस समय हवा का झोका रुक रुककर बह रहा है। अगर हवा के झोखे से आम के सूखे पेड़ के गिरने से अगर दुर्घटना होती है तो इसका जिम्मेदार आखिर कौन होगा? बहरहाल कब और कैसे सूखे पेड़ को काटा जायेगा, यह तो जिम्मेदार ही तय करेंगे।

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