घर-घर में संवैधानिक मूल्यों की समझ विकसित करने की जरूरत: आनन्ददेव

घर-घर में संवैधानिक मूल्यों की समझ विकसित करने की जरूरत: आनन्ददेव
नौपेड़वा, जौनपुर। वरिष्ठ पत्रकार एवं सौहार्द फेलो आनन्द देव यादव ने स्थानीय क्षेत्र के बेलापर गांव में स्थित पहल पुस्तकालय में प्रतियोगी छात्रों के साथ संवाद किया। इस दौरान उन्होंने समाज के समस्त नागरिकों में संवैधानिक मूल्यों की समझ विकसित करने पर जोर दिया। साथ ही कहा कि संविधान निर्माता बाबा साहब डा. भीम राव अंबेडकर और संविधान सभा में शामिल अन्य महापुरुषों के सपनो का देश हम तबतक नहीं बना सकते जबतक खुद संवैधानिक मूल्यों को जानने, मानने और उसे जीने की प्रक्रिया में शामिल नहीं कर सकेंगे। उन्होंने समता, स्वतंत्रता, न्याय और बंधुता जैसे संवैधानिक मूल्यों को मजबूत करने के लिए जोर देते हुए कहा कि इन मूल्यों के प्रति हर परिवार के सदस्यों में समझ विकसित करने की जरूरत है। हमारा संविधान समानता की बात करता है लेकिन अफसोस यह कि जाने—अनजाने में आज भी हमारे घरों में ही लैंगिक आधार पर भेदभाव देखने को मिलते रहते हैं। उन्होंने प्रतियोगी छात्रों को संविधान की उद्देशिका की प्रतियां वितरित कीं और सभी ने एक साथ संविधान उद्देशिका की शपथ ली। बता दें कि पत्रकार आनंद देव इन दिनों सौहार्द फैलोशिप के तहत संवैधानिक मूल्यों को समुदाय के बीच मजबूत करने की दिशा में काम कर रहे हैं। पहल पुस्तकालय की ओर से पुस्तकालय अध्यक्ष प्रमोद कुमार ने उनके इन प्रयासों का स्वागत करता हुए धन्यवाद ज्ञापित किया।

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