रत्नों का भण्डार है मानस: कथा वाचक

रत्नों का भण्डार है मानस: कथा वाचक
पराऊगंज, जौनपुर। मानस सेवा समिति पराऊगंज द्वारा आयोजित 8 दिवसीय श्रीराम कथा के विश्राम दिवस पर हानि लाभ के उपायदेयता का तात्विक विवेचना करते हुए डॉ श्रीनिवास तिवारी ने कहा कि मानस रत्नों का भंडार है। उन्होंने बताया कि जिस समाज में माल्यवंत जैसे वृद्धों का अपमान होता है, वहां रावण राज्य आ जाता है, जिस राज्य में सुमंत जैसे मंत्री का सम्मान होता है, वहां रामराज्य होता है। श्रीरामचरित मानस को रेखांकित करते हुए कहा कि जहां विचारों से काम नहीं होता है, वहां लंका कांड होता है एवं जहां विचारों से काम होता है, वहा सुंदर कांड होता है। इसके पहले मंचस्थ व्यास पीठ का अभिनंदन कथा के आयोजन राधेश्याम गुप्ता ने किया। इस अवसर पर डा. ओपी मिश्रा, राम सुमेर मिश्र, श्रीभूषण मिश्र, शरद मिश्रा, भैया लाल शुक्ला, नितिन सिंह, हितेंद्र दुबे, अखिलेश मिश्र, राकेश कश्यप, जगदीश यादव, कृष्ण प्रताप दुबे, वंश गोपाल सिंह, पूर्व ब्लाक प्रमुख धर्मेंद्र दुबे, अमरनाथ यादव, पूर्व प्रधान लालता यादव, कैलाश सिंह समेत तमाम लोग उपस्थित रहे।

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