घुटनों को मजबूत बनाता है उत्कट आसन: जय सिंह

घुटनों को मजबूत बनाता है उत्कट आसन: जय सिंह
ओम नमः शिवाय के जाप से गूंज उठा मुक्तांगन परिसर
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के मुक्तांगन परिसर में विश्वविद्यालय की ओर से रविवार को चौथे दिन मुख्य प्रशिक्षक जय सिंह गहलोत एवं सहायक प्रशिक्षक विकास सिंह ने ओम नमः शिवाय का जाप, प्राणायाम, कोण आसन, कटिचक्रासन का अभ्यास कराया। योगाभ्यास में शिक्षक, कर्मचारियों विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। मुख्य प्रशिक्षक जय सिंह गहलोत ने कहा कि 1 मिनट में तीन सांस लेने से प्राण ऊर्जा आज्ञा चक्र की तरफ से ऊपर उठती है। इससे मन शांत होता है। ज्योतिष विज्ञान के अनुसार ग्रहों की स्थिति अनुकूल बनती है। कोणासन से रीड़ की हड्डी और उदर के अंगों, भुजाओं और टांगों की मांसपेशियों की पूरी टोनिंग करता है। घुटनों को मजबूत बनाने के लिए उत्कट आसन कराया। इसमें युवा शिक्षकों, कर्मचारियों एवं छात्रों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया तथा योग को अपने दैनिक दिनचर्या में शामिल करने का प्रण लिया। इस अवसर पर प्रो. अजय द्विवेदी, परीक्षा नियंत्रक वीएन सिंह, उपकुलसचिव अमृतलाल, श्रीमती बबिता सिंह, एनएसएस समन्वयक डॉ. राजबहादुर यादव, डॉ. मनोज कुमार पाण्डेय, डॉ. विवेक पाण्डेय, डॉ. पुनीत सिंह, डॉ. विनय वर्मा, मदन मोहन भट्ट, संतोष यादव, राजेन्द्र प्रताप सिंह, राजन गुप्ता, रजनीश सिंह समेत विद्यार्थियों, कर्मचारियों, परिवार जनों एवं सुरक्षाकर्मियों ने प्रतिभाग किया।

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