दबंगो ने बुलडोजर से ढहा दिया शिक्षकों की चहारदीवारी

दबंगो ने बुलडोजर से ढहा दिया शिक्षकों की चहारदीवारी

लाइन बाजार थाने में तहरीर देने के बाद भी दर्ज नही हुआ मुकदमा, 

न्याय न मिलने पर शिक्षक द्वारा परिवार संग आत्मदाह करने का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर तेजी से हो रहा वायरल

पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर पीड़ित परिवार वालो ने लगाई गुहार

जौनपुर ! 
लाइन बाजार थाना क्षेत्र में स्थित रामरायपट्टी (लाला का हाता) में रविवार की रात अज्ञात दबंगो ने बुलडोजर से शिक्षकों की चहारदीवारी ढहा दिया। शिक्षकों द्वारा दी गई तहरीर के बावजूद मुकदमा न दर्ज होने से आहत शिक्षक द्वारा न्याय न मिलने पर उक्त जमीन के पास परिवार संग आत्मदाह करने का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर डाला गया जो तेजी से वायरल हो रहा है। पीड़ित परिवारों ने मंगलवार को पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई। उक्त मामले को लेकर नाराज शिक्षक संगठनों ने आंदोलन की चेतावनी दी है। 
गौराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के कुरेथू गांव निवासी शिक्षक राजेश सिंह, भन्नौर, बरसठी गांव निवासी शिक्षक नीतू सिंह व आजमगढ़ जनपद के गोसाईगंज थाना क्षेत्र के बहादुरपुर गांव की निवासी शिक्षक रीना राय ने माधव संघ आश्रम के पास जमीन बैनामा लिया था। शिक्षक राजेश सिंह ने बताया कि तरमीन होने के बाद हम लोगो ने चार फिट ऊंची चहारदीवारी बनाया है। आरोप है कि रात साढ़े सात बजे पांच, छह की संख्या में अज्ञात लोग जेसीवी लेकर पहुंचे और दक्षिणी व पश्चिमी दीवार को गिरा दिया। जानकारी होने पर जब हम लोग पहुंचकर प्रतिरोध किये तो वे लोग परिवार सहित जान से मारने की धमकी देते हुए वहां रखा सरिया भी उठा ले गए। सूचना पर मौके पर सीओ सिटी कुलदीप गुप्ता व थानाध्यक्ष लाइन बाजार दिग्विजय सिंह मौके पर पहुंचे तो पीड़ित परिवार वालो ने तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराकर कार्रवाई की मांग किया। एक दिन बीत जाने के बाद भी सोमवार को जब मुकदमा नही दर्ज हुआ तो पीड़ित परिवार के लोगो ने पुलिस अधीक्षक को तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई। 
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- दोषियों पर हो कड़ी कार्रवाई- अमित सिंह
प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अमित सिंह ने उक्त मामले की निंदा की। कहा कि पीड़ित परिवार शिक्षक संगठन के पदाधिकारी है। मेरा शासन प्रशासन से यह मांग है कि मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कड़ी कार्रवाई करे। अन्यथा जनपद के सभी शिक्षक आंदोलन करने को बाध्य होंगे, जिसकी सारी जिम्मेदारी शासन- प्रशासन की होगी।

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