बौद्धिक सम्पदा अधिकार के वर्चुअल वर्कशॉप में जनपद के 125 से अधिक विद्यालयों ने किया प्रतिभाग

बौद्धिक सम्पदा अधिकार के वर्चुअल वर्कशॉप में जनपद के 125 से अधिक विद्यालयों ने किया प्रतिभाग
जौनपुर आज दिनाँक 29-8 2023 को जिलाधिकारी श्री अनुज कुमार झा एवं जिला विद्यालय निरीक्षक श्री सूर्यभान की उपस्थिति में जनपद के विभिन्न राजकीय, माध्यमिक, सी.बी.एस.ई. एवं आई.सी.एस.ई. बोर्ड के लगभग 125 विद्यालयों से 25000 से अधिक विद्यार्थियों एवं शिक्षकों ने webex के माध्यम से बौद्धिक सम्पदा अधिकार के वर्चुअल वर्कशॉप में प्रतिभाग किया। जिसमे जिलाधिकारी महोदय ने सभी विद्यार्थियों को बौद्धिक सम्पदा अधिकार के विषय में जागरूक किया और बताया की बौद्धिक सम्पदा (IP) मानव मस्तिष्क की सोच द्वारा निर्मित आविष्कार, ब्रांड, अवधारणा या सृजनात्मक रचनाओं को संदर्भित करती है।
उन्होंने व्यावहारिक उदाहरणों के माध्यम से छात्र-छात्राओं को GI टैग, पेटेंट व डिजाईन आदि के विषय में अवगत कराया। वर्कशॉप के मुख्य वक्ता श्री आलोक मिश्रा, सहायक नियंत्रक पेटेंट एंड डिजाईन, नई दिल्ली, ने कॉपीराइट, पेटेंट, ट्रेडमार्क, आदि के विषय में विस्तार से जानकारी दी तथा विभिन्न वीडियो एवं पिक्चर के माध्यम से छात्र-छात्राओं को बताया कि किसी व्यक्ति समूह या संस्था द्वारा बनाई गई कृति जो समाज के लिए उपयोगी हो तथा सृजनकर्ता के लिए भी आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण हो, बौद्धिक सम्पदा कहलाती है।
NIPAM कार्यक्रम की जिला नोडल अधिकारी श्रीमती रंजना उपाध्याय ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र संघ की औद्योगिक विकास संस्था ने अपने अध्ययन द्वारा यह प्रमाणित किया है कि जिन देशों की बौद्धिक सम्पदा अधिकार व्यवस्था सुव्यवस्थित है वहां आर्थिक विकास तेजी से हुआ है। इसलिए हमारी युवा पीढ़ी को बौद्धिक संपदा के प्रति जागरूक होने की आवश्यकता है, जिसमे NIPAM महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
इस वैर्चुअल वर्कशॉप में ज्यादा से ज्यादा विद्यालयों को प्रतिभाग कराने के लिए जनपद के प्रत्येक तहसील से दो-दो सब नोडल अधिकारी नामित किये गए थे। श्री आलोक सिंह (प्रधानाचार्य), श्रीमती प्रभा पाण्डेय (प्रवक्ता), श्री राहुल राज मिश्र (सहायक अध्यापक), श्री राजेश कुमार गुप्ता (प्रवक्ता), श्री राहुल सरोज (सहायक अध्यापक), श्री कृष्ण पाल सिंह (प्रवक्ता), श्री नंदन सिंह यादव (सहायक अध्यापक), श्री मनोज कुमार (सहायक अध्यापक) श्रीमती रंजीता जायसवाल (सहायक अध्यापक), श्री छोटे लाल मौर्या (प्रवक्ता) श्रीमती साधना गुप्ता (सहायक अध्यापक), श्री आशीष सिंह (प्रवक्ता) थे। 

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