पूविवि के विद्यार्थियों में विश्वेश्वरैया की झलक देखना चाहती हूं: कुलपति

पूविवि के विद्यार्थियों में विश्वेश्वरैया की झलक देखना चाहती हूं: कुलपति
सिद्दीकपुर, जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग संस्थान में इंजीनियर्स डे समारोह का आयोजन शुक्रवार को हुआ जहां कुलपति समेत संस्थान के शिक्षकों ने विश्वेश्वरैया जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया। साथ ही क्विज और पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया। क्विज में शैलेंद्र प्रताप सिंह और पोस्टर में वात्सल्य प्रथम स्थान पर रहे। बतौर मुख्य अतिथि कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने इंजीनियर्स डे पर बधाई देते हुए कहा कि एम. विश्वेश्वरैया देश के जाने—माने अभियंता थे। उन्होंने राष्ट्र निर्माण में विशेष योगदान दिया था। मैं अपने विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों में विश्वेश्वरैया की झलक देखना चाहती हूं। मेरी यही कामना है कि यहां के छात्र देश-विदेश में विश्वविद्यालय का नाम रोशन करें। संस्थान के संकायाध्यक्ष प्रो. बीबी तिवारी ने कहा कि विश्वेश्वरैया जी विश्वस्तरीय इंजीनियर थे। आजादी के पहले भी उन्होंने देश के लिए बहुत काम किया। वे हैदराबाद शहर के बाढ़ सुरक्षा प्रणाली के मुख्य डिज़ाइनर थे और मुख्य अभियंता के तौर पर मैसोर के कृष्ण सागर बाँध के निर्माण में मुख्य भूमिका निभाई थी। उनके अप्रतिम योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। कुलसचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि जिंदगी भी इंजीनियरिंग का एक पार्ट है क्योंकि इंजीनियरिंग फैक्ट पर चलता है। अगर इसे अनुमान पर चलाने की कोशिश करेंगे तो आशातीत सफलता नहीं मिलेगी। विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ जहां प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार पाने वालों को कुलपति ने पुरस्कृत भी किया। क्विज में शैलेंद्र प्रताप सिंह प्रथम, अनुराग प्रिया द्वितीय, आदित्य पांडेय तृतीय स्थान पर रहे। इसी तरह पोस्टर प्रतियोगिता में वात्सल्य प्रथम, आकांक्षा सिंह द्वितीय, काजल यादव तृतीय स्थान पर रहे। संचालन प्रो रजनीश भास्कर ने किया। धन्यवाद प्रो संदीप सिंह ने किया। इस अवसर पर प्रो. अशोक श्रीवास्तव, प्रो रवि कुमार, प्रो. नुपुर तिवारी, डॉ. राजकुमार, डॉ. संतोष कुमार, डॉ. मनीष प्रताप सिंह, डॉ विक्रांत भटेजा, डॉ. अमरेंद्र सिंह, डॉ. द्विवेन्दु मिश्र, कृष्णा सिंह, डॉ. दीपक सिंह, सत्यम उपाध्याय, कर्मचारी संघ के अध्यक्ष नंदकिशोर सिंह, महामंत्री रमेश यादव, रामजी सिंह, श्यामजी त्रिपाठी सहित तमाम लोग उपस्थित थे।

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