चौकियां धाम, जौनपुर। मां शीतला चौकियां धाम में चल रहे श्री हनुमत कथा के चौथे दिन आचार्य रामचंद्र जी महाराज ने संगीतमय श्री हनुमत कथा सुनाकर भक्तों को आल्हादित कर दिया। कथा के दौरान उन्होंने बताया कि गीता भागवत रामायण जैसे महान ग्रंथ मानव जीवन के लिए कल्याणकारी है। कथा सत्संग श्रवण से मानव जीवन में अध्तमिकता बढ़ती है। धर्म कर्म के प्रति जिज्ञासा बढ़ती है। तुलसी दास जी कहते हैं कि जिस कान ने भगवान की कथा नहीं सुनी, वह कान सर्प के बिल के समान है। जिस प्रकार श्रीराम कथा जहां होती है तो हनुमान सुनते हैं, ठीक उसी प्रकार हनुमत कथा को श्रीराम श्रवण करते हैं। हनुमान जी के चरित्र का वर्णन करते हुए उन्होंने बताया कि हनुमान जी ने इतना सारा कार्य किया लेकिन उनके अंदर अहंकार एकदम नहीं था। यदि जीवन में अहंकार है तो वहां भगवान नहीं होते हैं। अहम ही जीवन का सबसे बड़ा वहम है। इसके बाद पंडाल तालियों की गडहड़ाहट से गूंज उठा। कथा वाचक आचार्य रामचन्द्र दास ने कहा कि जिस तन ने भगवान, संत, सनातन का झंडा नहीं लहराया, हनुमान जी का चरित्र नहीं गाया तो ऐसे तन का क्या काम?प्रभु से कहिए हे कि प्रभु कृपा करिए कि यह मन आपके चरणों में लगा रहे। मेरी स्मृति में संसार का चिंतन न रहे। स्वामी विवेकानंद ने अमेरिका में कहा था कि हनुमान जी का जो समर्पण श्रीराम के प्रति था, वही समर्पण युवाओं का धर्म के प्रति होना चाहिए।
कथा पंडाल में पहुंचे सांसद मनोज तिवारी ने समझा कतहू नाही गइला, जब ना धाम चौकियां गईला पचरा के गीत से समां बांध दिया। कथा से पहले भोजपुरी गायक/सांसद मनोज तिवारी ने मां शीतला का दर्शन पूजन किया जिसके बाद वह सीधे मंच पर पहुंचे जहां उन्होंने कहा कि अयोध्या में भव्य श्रीराम मन्दिर बन रहा है। उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद देते हुए कहा कि बड़े भी सौभाग्य की बात है कि आज हम लोग अयोध्या धाम में मन्दिर निर्माण कार्य अपने जीवन काल में देख रहे हैं। 24 जनवरी को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा श्रीरामचंद्र जी मन्दिर में प्राण प्रतिष्ठा पूजन कर जन्मभूमि पर दर्शन पूजन करने वाले राम भक्तों के लिए खोल दिया जायेगा। 24 जनवरी 2024 में हम सब वहां दर्शन करने चलेंगे। सब जानते हैं कि मनोज तिवारी का नया जन्म मां शीतला के दरबार में हुआ है। मां शीतला चौकियां माता अत्यंत पूजनीय हैं। कथा व्यास पर बैठे रामचंद्र जी महाराज उर्फ जय महाराज के बारे में कहा कि हमारे प्रिय है। जहां कथा कहेंगे, मैं वहां जरूर पहुंचूंगा। रविन्द्र सिंह ज्योति छोटे भाई हैं। बढ़िया गीत गाते हैं।
कथा में अहमदाबाद से आये अखिलेश्वर दास जी महाराज ने कहा कि दास कभी स्वामी नहीं होता है और स्वामी कभी दास नहीं होता है। श्री हनुमत चरित्र सुनना प्रभु की अहैतुक कृपा है। अंत में आरती पूजन किया गया जहां जिलाधिकारी अनुज झा भी शामिल रहे। मां शीतला कार्यसमिति अध्यक्ष व आयोजक विनय त्रिपाठी ने कथा पंडाल में आए सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर कोषाध्यक्ष संजय माली, महामंत्री अनिल सोनकर, आदर्श उपाध्याय, पप्पू त्रिपाठी, क्षमानाथ त्रिपाठी, सुरेंद्र माली, अजय यादव, गोरख माली, लड्डू त्रिपाठी, सौरभ पंडा, बसंत माली, विनय गिरी सहित तमाम लोग मौजूद रहे।
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