रामलीला में रावण वध होते ही जय श्रीराम के जयकारों से गूंज उठा वातावरण

रामलीला में रावण वध होते ही जय श्रीराम के जयकारों से गूंज उठा वातावरण
सुजानगंज, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र के मोहरियाँव ग्रामसभा में आदर्श रामलीला धर्म मंडल समिति मोहरियाँव के तत्वावधान में रामलीला के पांचवें दिन का शुभारंभ राम अकबाल यादव पूर्व जिला पंचायत सदस्य एवं रौहाली गुप्ता कोटेदार ने शुरू किया। वहीं पर साथ में उपस्थित पूर्व प्रधान श्री रामजी पांडे ने फीता काटकर किया। इस दौरान श्री यादव ने कहा कि आदर्श रामलीला धर्ममंडल समिति के संस्थापक स्व. रामजीत तिवारी को बार-बार नमन करते हैं जिन्होंने हम सभी को आदर्श रामलीला धर्ममंडल समिति को धरोहर के रूप में प्रदान किया। रामलीला के अन्तिम दिवस पर लक्ष्मण शक्ति अंगद—रावण संवाद एवं रावण वध का मंचन किया गया जिसमें लक्ष्मण शक्ति लगते ही भगवान श्रीराम के विलाप को सुनते ही लोगों के आंखों में आंसू छलक पड़े। वहीं अंगद—रावण संवाद का भी मंचन किया गया जिसमें सभी लोगों ने अंगद के पांव को हिलाना चाहा लेकिन कोई हिला नहीं सका, फिर अंत में रावण जब पैर पकड़ने चलता है तो अंदर अपने पैर को हटा लेते हैं और बोलते हैं कि अगर पैर ही पकड़ना है तो प्रभु श्रीराम का पकड़िए जिसके हम दूत बनकर आए हैं। अंत में मेघनाथ भी युद्ध में मारा जाता है। कुम्भकरण जैसे योद्धाओं का पराजित हो जाने के बाद रावण खुद युद्ध करने के लिए पहुंचता है। अंत में भगवान रामचंद्र के हाथों से उसका भी उद्धार होता है। जैसे ही रावण का वध हुआ, वैसे ही जय श्रीराम के जयकारे से पूरा पंडाल भक्तिमय हो गया। इस अवसर पर सूर्यमणि दुबे, कमलेश दुबे, कार्तिकेय विश्वकर्मा, राकेश यादव, सिंटू मिश्रा, ईश्वर दुबे, प्रशांत तिवारी, अभय सरोज, पप्पू मिश्रा, शुभम चौबे, केशव मिश्र, पप्पू पांडेय, बड़े चौबे, पवन गुप्ता, मोनू तिवारी सहित रामलीला के सभी पदाधिकारी एवं सदस्य उपस्थित रहे। वहीं आयोजन समिति के निदेशक अधिवक्ता सोनू तिवारी ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।

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