छात्रों को शिक्षा चुनौतियों के लिये तैयार करें शिक्षक: रामसागर

छात्रों को शिक्षा चुनौतियों के लिये तैयार करें शिक्षक: रामसागर
4 दर्जन मेधावी छात्र—छात्राओं को किया गया सम्मानित
डा. भीमराव अम्बेडकर महाविद्यालय में हुआ कार्यक्रम
सरायख्वाजा, जौनपुर। बाबा साहब डा भीमराव अम्बेडकर महाविद्यालय सिद्दीकपुर में करंजाकला के 4 दर्जन मेधावी छात्र—छात्राओं को सम्मानित किया गया। उन्हें प्रतियोगी शिक्षा चुनौतियों के लिए तैयार करने के लिए अभिभावकों और शिक्षकों को जोर दिया गया। बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर शिक्षा उन्नयन समिति की ओर से आयोजित मेधावी छात्र—छात्राओं के सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि रेलवे कर्मचारी संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बीडी भारती ने कहा कि शिक्षा जीवन का मूल अधिकार एवं हथियार है। भोजन कम करें लेकिन बच्चों को जरूर पढ़ाये तभी वह लक्ष्य को पा सकेंगे। विशिष्ट अतिथि आरटीओ रामसागर ने कहा कि अब एडवांस एजुकेशन का जमाना है, आधुनिक तकनीकी पर बहुत कुछ निर्भर हो चुका है। कंप्यूटर शिक्षा सबके लिए बेहद जरूरी है। अभिभावकों व शिक्षकों को चाहिए कि छात्रों को प्रतियोगी परीक्षा के लिए विभिन्न चुनौतियों के अनुरूप तैयार करें जिससे छात्रों का कैरियर सँवर सके। गांव में लोगों को झगड़े में नहीं पड़ना चाहिए। इस दौरान करंजाकला के विभिन्न ग्राम पंचायतों से उन्होंने हाईस्कूल व इंटरमीडिएट 4 दर्जन छात्र—छात्राओं को सम्मान पत्र शील्ड देकर सम्मानित किया। उन्हें आनलाईन आफलाईन आधुनिक तकनीकी शिक्षा पर जोर दिया। इसके पहले वाराणसी आरटीओ रामसागर को सभी लोगों ने बुकें, स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया। अध्यक्षता पूर्व प्रधानाध्यापक एवं समिति के अध्यक्ष मोखन राम व डा विजय प्रताप ने कहा कि शिक्षकों और छात्रों को चाहिए कि निष्ठा के साथ पठन-पाठन का कार्य करें, नशा अंधविश्वास एवं पाखंडवाद से दूर रहें। पूर्वांचल विश्वविद्यालय के पूर्व महामंत्री एवं प्रबंधक डॉ स्वतंत्र कुमार ने कहा कि गिरते हुए शिक्षा स्तर को ऊपर उठने की जरूरत है। इसके लिए माता-पिता को प्रथम गुरु बनना पड़ेगा। इस अवसर पर डॉ पतिराम राव, प्रेमचंद, सुनील कुमार, दिलीप कुमार, जोगीराम मौर्य, राजेश कुमार आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन लोकप्रिय गौतम ने किया।

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