सोशल मीडिया का इस्तेमाल सामाजिक परिवर्तन के उत्प्रेरक के रूप में किए जाने की आवश्यकता है। एस एम मासूम

 आज सोशल मीडिया का इस्तेमाल सामाजिक परिवर्तन के उत्प्रेरक के रूप में किए जाने की आवश्यकता है। एस एम मासूम



वर्षों पहले, लोगों के पास खुद को प्रभावी ढंग से व्यक्त करने और अपनी बात लोगों तक पहुंचाने के साधन नहीं के बराबर थे क्योंकि जानकारी केवल रेडियो, टेलीविजन और प्रिंट के माध्यम से दी जाती थी । सोशल मीडिया के जन्म के साथ, कनेक्टिविटी तात्कालिक हो जाने के कारण, सामाजिक परिवर्तन के लिए जनता का सबसे शक्तिशाली हथियार बन गई है । ऐसा लगता है कि सोशल मीडिया केवल दोस्तों को जोड़ने के अपने शुरुआती उद्देश्य को पार करते हुए दुनिया का द्वार बन चुका है। अब लोगों को यह एहसास होने लगा है कि एक व्यक्ति की आवाज इस सोशल मीडिया द्वारा अरबों लोगों तक पहुंच सकती है, ऐसे में सोशल मीडिया संचार के एक तेज, स्मार्ट और सहज तरीके में बदल चुका जो हर जगह आभासी पुलों का निर्माण जारी करने लगा है और समाज को नई और अधिक सांप्रदायिक चुनौतियों से निपटने में मदद कर रहा है।


सोशल मीडिया आज सामाजिक परिवर्तन के लिए आवाज उठाने, जागरूकता बढ़ाने के सशक्त साधन के रूप में देखा जाने लगा है। सोशल मीडिया के उद्भव से मीडिया का दायरा बढ़ गया है। लोग अब कुछ टेलीविजन चैनलों और अखबारों के दफ्तर तक ही सीमित नहीं हैं। बल्कि एक ऐसा मंच बन चुका है जिसके माध्यम से लोग अपनी बात को आसानी से बिना छेड़छाड़ सीधा लोगों तक आसानी से पहुंचा सकते है।

दुनिया के तमाम राजनीतिज्ञों ने रैलियों के साथ-साथ सोशल मीडिया पर भी अपनी धमाकेदार उपस्थिति दर्ज करवानी शुरू कर दी है। अब तक किये गये अध्ययनों के नतीजे से यह महसूस हो रहा है कि सोशल मीडिया समाज की तस्वीर को बदलने में एक सक्षम माध्यम बन के उभरा है । ताज्जुब नहीं की आने वाले चुनावों में जनता तक अपनी बात पहुंचाने और उनसे संपर्क करने या उनके विचारो , समस्यायों को जानने के लिए वास्तविक रैलियों की जगह सोशल मीडिया को माध्यम बना लिया जाए क्यूं की वास्तविक रैलियों से अधिक लोगों तक और सशक्त तरीके से अपनी बात को सोशल मीडिया द्वारा ही पहुंचाया जा सकता है 


सोशल मीडिया शिक्षा प्रदान करने के संदर्भ में एक बेहतरीन साधन बन के सामने आया है इसके द्वारा ऑनलाइन जानाकरी का तेजी से हस्तांतरण टेक्स्ट, वीडियो इत्यादि द्वारा आसानी से किया जा रहा है। ऑनलाइन रोजगार और धन कमाने के बेहतरीन अवसर सोशल मीडिया ने लोगो को दिए हैं । 

सोशल मीडिया को एक तरफ जहाँ लोग वरदान मानते हैं तो दूसरी तरफ लोग इसे एक अभिशाप के रूप में भी देखते हैं।आज सोशल मीडिया का दुरुपयोग भी कई रूपों में किया जा रहा है। इसके जरिये न केवल सामाजिक और धार्मिक उन्माद फैलाया जा रहा है बल्कि राजनीतिक स्वार्थ के लिये भी गलत जानकारियाँ पहुँचाई जा रही है। 


सोशल मीडिया के आने के बाद लोगों की सोने की आदतों में बड़ा बदलाव देखा गया जिसका बुरा असर लोगों की सेहत पे और दिनचर्या पे पड़ता साफ दिखाई देने लगा है क्योंकि इसमें अत्यधिक व्यस्तता के कारण अन्य कार्यों के लिये बहुत कम समय बचता है जिससे कई गंभीर समस्याओं की उत्पत्ति होती है जैसे ध्यान कम लगना, चिंता , व्यवहार में चिड़चिड़ापन, घरेलू संबंधों में दूरियां इत्यादि। इसके अत्यधिक प्रयोग एवं गोपनीयता से निजता में कमी आती है।

वीलॉग, ब्लॉग, रील और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म जहां एक और ज्ञान और सूचना का बेहतरीन साधन बन के उतरे हैं तो वहीं दूसरी और आसानी से धन कमाने के चक्कर में गलत सूचनाओं का भंडार भी यह बन चुके हैं जो चिंता का विषय है।


चकि सोशल मीडिया अब रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बन है चुका है इसलिए यह आवश्यक होता जा रहा है हम अपने बच्चों और युवाओं को इसकी सही जानकारी दें और इसके इस्तेमाल के प्रति आत्मनिर्भर भी बनाएं ।


एस एम मासूम

Post a Comment

0 Comments