रिसर्च में भाषा का होता है बहुत बड़ा महत्व: प्रो. विशाल

रिसर्च में भाषा का होता है बहुत बड़ा महत्व: प्रो. विशाल
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में संकाय भवन के कांफ्रेंस हाल में चल रहे कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम के सातवें दिन भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित दो साप्ताहिक कार्यशाला को सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ़ हिमाचल प्रदेश से आए प्रोफेसर विशाल सूद ने प्रतिभागियों को क्वालिटेटिव रिसर्च के गुर साझा किए। उन्होंने कहा कि रिसर्च में भाषा का बहुत बड़ा महत्व होता है। समाज के विभिन्न मूल समस्याओं का समाधान उनकी दिशा-दशा क्वालिटी रिसर्च के माध्यम से सहज और समग्र रूप से समझा जा सकता है। उन्होंने कहा कि क्वालिटेटिव रिसर्च कई अलग शैक्षणिक विषयों में विनियोजित, पारंपरिक रूप से सामाजिक विज्ञान, साथ ही बाज़ार अनुसंधान और अन्य संदर्भों में जांच की एक विधि है। क्वालिटेटिव रिसर्च में शोधकर्ताओं का उद्देश्य मानवीय व्यवहार और ऐसे व्यवहार को शासित करने वाले कारणों को गहराई से समझना है और इसके लिए बड़े नमूनों की बजाय छोटे नमूनों पर संकेंद्रित नमूनों की आधार पर ही सम्यक दृटिकोण प्रदान करता है। उन्होंने क्लालिटेटिव डाटा एनलिसिस विधि की टेक्निक को विस्तार से समझाया। इस अवसर पर प्रो. अजय प्रताप सिंह ने विषय विशेषज्ञ का परिचय कराया। डॉ. मनोज पांडेय ने कार्यक्रम की रुपरेखा प्रस्तुत की। डॉ. अनु त्यागी ने धन्यवाद ज्ञापन किया। प्रतिभागियों में दीपक कुमार दास, अयाज अहमद, कपिलदेव वीरेन्द्र कुमार साहू, सेनेट थामस, दया सिंधु, प्रतिमा मौर्य, विवेक मिश्रा ने सवाल पूछकर अपनी जिज्ञासा शांत की।

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