बुद्धिजीवियों ने किया सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत

बुद्धिजीवियों ने किया सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत 


लखनऊ । पूर्व एमएलसी सिराज मेहदी ने न्यू हैदराबाद स्थित बांदी हाउस में बैठक बुलाकर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अल्पसंख्यक दर्जे को बरकरार रखने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया गया। इस बैठक में मदरसों के सम्बन्ध में लिए गए सुप्रीम कोर्ट के फैसले को भी छात्रों के हित में लिया हुआ फैसला बताया गया।
बैठक में पूर्व मंत्री अब्दुल मन्नान ने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय को भले ही अल्पसंख्यक दर्जा मिला हुआ है लेकिन उसने शिक्षा देने के मामले में कभी किसी विद्यार्थी से धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया।
सिराज मेहदी ने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में शिक्षा प्राप्त करने वाले देश-विदेश में भारत का नाम रौशन कर रहे हैं। इस विश्वविद्यालय को पूरी दुनिया में इज्जत की निगाह से देखा जाता है। उन्होंने कहा कि सभी को शिक्षा का समान हक है लेकिन अगर इस विश्वविद्यालय को सर सैय्यद ने अल्पसंख्यकों के नाम पर बनाया तो बनाने वाली की मंशा को बदला नहीं जा सकता। शिक्षा यहां पहले भी सभी को मिलती थी आगे भी मिलती रहेगी।
बैठक में पूर्व मंत्री सत्यदेव त्रिपाठी, डॉ. रमेश दीक्षित, वंदना मिश्रा, सुशील दुबे, कांग्रेस नेता अमीर हैदर, इंसराम अली, किशोर निगम, हेमंत तिवारी, सुरेश बहादुर सिंह, शिव शरण सिंह, पपलू लखनवी आदि मौजूद रहे।

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