स्कूली शिक्षा से शुरू हो जन संचार का पाठ्यक्रम
जन संचार विषय लागू करने की मुहिम हुई तेज
कक्षा 6 से ही वैकल्पिक या अनिवार्य विषय बने जन संचार
जन संचार से ही अवयस्क बच्चों को सकारात्मक धारा में जोड़ा जा सकता है
वाराणासी। जन संचार विषय से जुड़े विषय विशेषज्ञों और पूर्व छात्रों की महत्वपूर्ण आन लाईन बैठक में स्कूल स्तर पर जन संचार विषय को पढ़ाने की मांग प्रमुखता से उठायी गयी। बैठक में एक स्वर में जन संचार को स्कूली स्तर से पढ़ाने के लिये हर राज्यों के शिक्षा बोर्ड ,प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर मुहिम को तेज करने की बात तय की गई।
बीते रविवार को हुई आन लाईन बैठक में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का हवाला देते हुये कहा गया कि यह नीति कौशल शिक्षा को बढ़ावा देती है। मीडिया साक्षरता से ही आज के जीवन शैली को बदला जा सकता है जो एक कौशल की विधा कर रूप में जानी जा सकती है। आन लाइन बैठक में कई राज्यों से जुड़े प्रतिभागियों ने एक स्वर में जोर दिया कि जन संचार को वैकल्पिक या अनिवार्य विषय के रूप में कक्षा 6 से ही जोड़ा जाए। बैठक में डॉ. मुंकेश शुक्ला, डॉ. देवेश श्रीवास्तव,सचिन यादव,अनिल , आनन्द कुमार,नवनीत शर्मा,अमन,ज्योति सहित सैकड़ों जन संचार विषय के अतिथि शिक्षक , छात्र और शोधार्थी मौजूद रहे।
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