विश्व हृदय दिवस की पूर्व संध्या पर संगोष्ठी : जागरूकता ही बचाव

विश्व हृदय दिवस की पूर्व संध्या पर संगोष्ठी : जागरूकता ही बचाव

जौनपुर, 27 सितम्बर। विश्व हृदय दिवस की पूर्व संध्या पर कृष्ण ट्रामा सेंटर में संगोष्ठी आयोजित हुई। विशेषज्ञों ने बताया कि पूरी दुनिया हृदय रोगों से होने वाली मौतों से चिंतित है। हर वर्ष लगभग 75 लाख लोग हृदय रोगों से संबंधित जटिलताओं के कारण अपनी जान गंवाते हैं। अचानक होने वाली मौतों में दुर्घटनाओं के बाद हार्टअटैक सबसे बड़ा कारण है।

विशेषज्ञों ने चेताया कि यदि समय रहते सतर्कता और जागरूकता नहीं बढ़ाई गई तो भारत हृदय रोगियों का गढ़ बन सकता है। सत्तर और अस्सी के दशक में हृदय रोग अमीरों और पश्चिमी देशों तक सीमित माना जाता था, लेकिन आज औद्योगीकरण, बदलती जीवनशैली, मोटापा, मधुमेह, उच्च रक्तचाप और धूम्रपान हर वर्ग और हर क्षेत्र तक पहुँच चुके हैं।

वक्ताओं ने बताया कि देश में हर नौवां व्यक्ति उच्च रक्तचाप, हर सातवां मधुमेह और लगभग हर चौथा व्यक्ति धूम्रपान या असामान्य जीवनशैली से प्रभावित है। हृदयाघात की घटनाओं में मृत्यु दर 40 प्रतिशत तक है। महंगा इलाज अधिकांश लोगों की पहुंच से बाहर है, ऐसे में बचाव ही सबसे सस्ता और प्रभावी उपाय है।

उन्होंने लोगों से संकल्प लेने का आह्वान किया कि वे वजन नियंत्रित रखेंगे, रक्तचाप और मधुमेह पर नियंत्रण करेंगे, नशे से बचेंगे, नियमित व्यायाम करेंगे और प्राकृतिक व साधारण भोजन को अपनाएंगे।

इस अवसर पर कृष्ण ट्रामा सेंटर के ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. रोबिन सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया। संगोष्ठी में डॉ. मोहित सिंह, जौनपुर फार्मा मैनेजर्स के दिनेश श्रीवास्तव, महामंत्री रामचन्द्र मधुकर श्रीमाली, यूपीएमएसआरए के मनोज सिंह, अजय चौरसिया समेत कई सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन जेपीएमसी के संयोजक देवेश गुप्ता ने किया तथा अंत में डॉ. मधु शारदा ने सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया।

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