जौनपुर पुलिस की बड़ी कार्रवाई — 8 पीड़ितों को लौटाए ₹26.68 लाख, 106 मोबाइल फोन भी किए बरामद

साइबर अपराध पर नकेल कसने में जुटी पुलिस, ₹2 करोड़ से अधिक की राशि अब तक होल्ड कराई
(सोहराब)
जौनपुर। जनपद पुलिस ने एक बार फिर साइबर अपराध और मोबाइल चोरी के मामलों में अपनी तत्परता और तकनीकी दक्षता का परिचय दिया है। शनिवार को पुलिस ने साइबर धोखाधड़ी के शिकार आठ पीड़ितों को कुल ₹26 लाख 68 हजार 275 रुपये की राशि वापस दिलाई। साथ ही विभिन्न राज्यों से बरामद किए गए ₹21 लाख रुपये मूल्य के 106 मोबाइल फोन उनके वास्तविक मालिकों को सौंपे गए।
यह जानकारी पुलिस लाइन सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान एसपी सिटी आयुष श्रीवास्तव ने दी। उन्होंने बताया कि यह कार्रवाई साइबर सेल और तकनीकी टीम की लगातार निगरानी, डिजिटल ट्रैकिंग और समन्वित प्रयासों का परिणाम है।
विभिन्न राज्यों से मिले मोबाइल — दिल्ली से आंध्र प्रदेश तक फैला नेटवर्क
एसपी सिटी ने बताया कि बरामद किए गए मोबाइल फोन देश के विभिन्न हिस्सों से मिले हैं, जिनमें दिल्ली, गुजरात, मुंबई, झारखंड, बिहार, राजस्थान, आंध्र प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कई जिले शामिल हैं।
बरामद मोबाइल में एप्पल, सैमसंग, वीवो, रेडमी, ओप्पो जैसी प्रमुख कंपनियों के महंगे मॉडल भी हैं। इन मोबाइल की कुल अनुमानित कीमत ₹21 लाख रुपये आंकी गई है।
उन्होंने कहा कि मोबाइल ट्रेसिंग के लिए साइबर टीम ने IMEI नंबर के आधार पर लगातार मॉनिटरिंग की, जिसके बाद फोन की लोकेशन मिलने पर स्थानीय पुलिस के सहयोग से उन्हें बरामद किया गया।
साइबर फ्रॉड में वापस मिली रकम — तकनीकी सतर्कता का नतीजा
अक्टूबर माह में आठ अलग-अलग व्यक्तियों के खातों से साइबर ठगों ने ₹26.68 लाख रुपये निकाल लिए थे। पीड़ितों द्वारा समय पर सूचना देने और पुलिस द्वारा त्वरित एक्शन लेने से यह रकम विभिन्न बैंक खातों में होल्ड कराई गई और अब पीड़ितों को वापस की गई है।
एसपी सिटी आयुष श्रीवास्तव ने कहा —
> “जनपद पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता साइबर अपराधों पर रोक लगाना और पीड़ितों को शीघ्र न्याय दिलाना है। यदि लोग समय पर सूचना दें, तो ठगों द्वारा निकाली गई धनराशि को ट्रैक और ब्लॉक कर पुनः प्राप्त किया जा सकता है।”
उन्होंने नागरिकों से अपील की कि किसी भी प्रकार की ऑनलाइन ठगी की स्थिति में तुरंत टोल-फ्री नंबर 1930 या www.cybercrime.gov.in पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें।
2 करोड़ रुपये तक की रकम होल्ड — 6 आरोपी गिरफ्तार
जौनपुर पुलिस के अनुसार, पिछले एक वर्ष में साइबर धोखाधड़ी से संबंधित मामलों में अब तक करीब ₹2 करोड़ रुपये की राशि विभिन्न बैंकों में होल्ड कराई जा चुकी है। इनमें से अधिकांश पीड़ितों को उनकी रकम वापस मिल चुकी है, जबकि शेष की प्रक्रिया चल रही है।
मोबाइल चोरी और धोखाधड़ी से जुड़े मामलों में अब तक 6 आरोपियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। पुलिस इनके नेटवर्क, संपर्क और अन्य राज्यों में फैले लिंकेज की गहन जांच कर रही है।
पीड़ित ने जताया आभार — “अब भरोसा बढ़ा है पुलिस पर”
साइबर ठगी के पीड़ित विपनेश श्रीवास्तव, निवासी जौनपुर, ने बताया कि 6 अगस्त की रात उनके खाते से ₹1 लाख 6 हजार रुपये गायब हो गए थे। उन्होंने तुरंत साइबर सेल और पुलिस को सूचना दी।
> “पुलिस ने मेरा पैसा वापस दिलाकर राहत दी है। अब भरोसा बढ़ा है कि अगर समय से सूचना दी जाए तो साइबर ठगी से भी बचा जा सकता है।”
जनजागरण पर भी जोर — जागरूकता ही है बचाव का सबसे बड़ा हथियार
एसपी सिटी ने कहा कि पुलिस केवल कार्रवाई तक सीमित नहीं है, बल्कि जनपद में साइबर अपराध से बचाव हेतु जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है।
विद्यालयों, कॉलेजों और सार्वजनिक स्थलों पर साइबर सुरक्षा कार्यशालाएं, पोस्टर अभियान और सोशल मीडिया अलर्ट के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है ताकि कोई भी व्यक्ति ठगी का शिकार न बने।


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